महाकुंभ मेला 2025 में भीषण आग: सिलेंडर विस्फोट से 18 टेंट जलकर खाक, कोई हताहत नहीं

19 जनवरी 2025 को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले के सेक्टर-19 में शाम लगभग 4:08 बजे एक भीषण आग लग गई। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह आग हवन के दौरान एक सिलेंडर फटने से लगी, जिसने तेजी से आसपास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया।

महाकुंभ मेला 2025 में भीषण आग: सिलेंडर विस्फोट से 18 टेंट जलकर खाक, कोई हताहत नहीं

घटना का विवरण

रविवार, 19 जनवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में एक भीषण आग लग गई। यह आग गीता प्रेस के शिविर में दो एलपीजी सिलेंडरों के फटने से लगी, जिससे आसपास के 18 तंबू जलकर खाक हो गए।

हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की 15 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और लगभग एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया गया।

प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मंदर ने बताया कि पुलिस, प्रशासन और अग्निशमन विभाग की टीमों ने मिलकर स्थिति को नियंत्रित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर भेजा और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आग लगने के कारणों की जांच के आदेश भी दिए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर घटना की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि कुशल अग्निशमन विभाग और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।

आग लगने का कारण

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय सिलेंडर लीक हो जाने के कारण आग लगी। आग लगने से रसोई में रखे करीब दो गैस सिलेंडर फट गए, जिससे घास-फूस की 40 झोपड़ियां और संजीव प्रयागवाल के छह टेंट जल गए।

प्रभावित लोगों का नुकसान

हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन आग से 18 तंबू जलकर नष्ट हो गए, जिससे उनमें रखा सामान भी जल गया। प्रभावित लोगों को अस्थायी रूप से अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है, और प्रशासन ने उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।

सुरक्षा उपाय और भविष्य की तैयारियां

इस घटना के बाद महाकुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा उपायों की समीक्षा की है और सभी शिविरों में अग्नि सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, गैस सिलेंडरों के सुरक्षित उपयोग के लिए जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

जनता की प्रतिक्रियाएँ

श्रद्धालुओं में दहशत

इस हादसे ने महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं को झकझोर कर रख दिया। घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों ने इसे प्रशासन की बड़ी चूक करार दिया। एक श्रद्धालु रमेश यादव ने कहा:
"हम इतनी दूर से ईश्वर की पूजा और आस्था के लिए आते हैं, लेकिन यहां हमारी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। ऐसे आयोजनों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।"

आस्था पर असर

कुछ श्रद्धालुओं ने हादसे के बाद अपनी आस्था और भावनाओं पर भी चोट महसूस की। हरियाणा से आए एक परिवार ने कहा कि उन्होंने कुंभ के दौरान रुकने के लिए भारी किराया चुकाया था, लेकिन उनकी मेहनत की कमाई आग में खाक हो गई।

"हमारा पूरा सामान जल गया। हमें यह समझ नहीं आता कि प्रशासन इतनी बड़ी घटना के लिए पहले से तैयार क्यों नहीं था।"

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी इस हादसे को लेकर जमकर प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई लोगों ने प्रशासन को लापरवाह बताया, तो कुछ ने हादसे में घायल हुए लोगों की मदद के लिए पहल की। ट्विटर पर #KumbhFireAccident ट्रेंड करने लगा, जहां लोगों ने सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया।

निष्कर्ष

महाकुंभ मेला 2025 में हुई इस आगजनी की घटना ने प्रशासन और श्रद्धालुओं को सतर्क किया है। हालांकि, त्वरित कार्रवाई और समन्वय से बड़ी जनहानि टाली जा सकी। आवश्यक है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।